7 दिसंबर , गुरुवार को पड़ रहा है विशेष संयोग गुरु-पुष्य योग

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सौर्य मंडल के 27 नक्षत्रों में 8 वां नक्षत्र पुष्य है जिसका प्रतिनिधित्व शनि ग्रह करता है जो स्थायित्व प्रदान करता है। यों तो इस दिन पुष्य योग तोे है ही, साथ में गज केसरी योग भी बन रहा है जो किसी भी कार्य को सफलता प्रदान करने वाला दुर्लभ संयोग है अतः इसका लाभ उठाएं।
इस दिन गुरु ग्रह , पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करता है अतः यह गुरु- पुष्य संयोग अक्षय तृतीया जितना ही शक्तिशाली बन जाता है। साल में ऐसा अवसर दो या तीन बार ही आता है। यह योग 7 तारीख की सायं 8 बजे तक ही रहेगा। इस दिन आप विशेष कार्य आरंभ या संपन्न  कर सकते हैं।
यह दिन जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार को ही पड़े तो शुभ कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
जिनकी कुंडली में गुरु कमजोर या नीच राशि के हैं, उनके लिए इस दिन गुरुवार का व्रत रखना, गुरु की पूजा करना, या अन्य किसी भी प्रकार की आराधना करना , मंत्र पढ़ना, पुष्य रत्न अर्थात पुखराज धारण करना अत्यंत फलदायी सिद्ध होता है।
गुरु ग्रह सोने  का कारक ग्रह माना गया है। यदि आप अक्षय तृतीया या धनतेरस  अािद पर सोना या ऐसी ही कोई गृहपयोगी वस्तुएं नहीं खरीद पाए हैं तो आज का दिन स्वर्ण, मकान, वाहन, स्थाई संपत्ति, धन निवेश , भूमि, बर्तन , होम एप्लाएंसिज खरीदने के लिए खास है। यह दिन मांगलिक कार्यों के लिए भी अच्छा रहेगा। सगाई, विवाह जैसे कार्यक्रम भी किए जा सकते हैं। आज के दिन किए गए निवेश या मांगलिक कार्य स्थाई रहेंगे।
एक ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार यदि यह नक्षत्र बुधवार ,शुक्रवार को पड़े तो पुष्य नक्षत्र में विवाह या खरीदारी आदि नहीं करने चाहिए ।
 
शुभ समय : 7 दिसंबर की प्रातः 7 बजकर 12 मिनट से सायं 7 बजकर 55 मिनट तक।
कैसे करें पूजा?
पूजा स्थन पर लक्ष्मी माता का चित्र या मूर्ति के आगे 4 बत्तियों वाला घी का दीप जलाएं और सुख समृद्धि, धन वृद्धि की कामना करें ।  कपूर जला कर लक्ष्क्ष्मी  जी की आरती करें। श्री सूक्त भी पढ़ सकते हैं। 
 
कैसा रहेगा 7 दिसंबर का गुरु -पुष्य नक्षत्र विभिन्न राशियों के लिए ?
मेष – दांपत्य जीवन उत्तम करेगा। यदि विवाह में विलंब हो रहा है या  वैवाहिक जीवन में समस्या है  तो हल्दी की 7 गांठें जल में भिगो कर रख दें और रविवार को इसे नहाने वाले जल में मिला लें। हल्दी के बचे टुकड़े पीले कपड़े में बांध कर पूजा स्थान पर रख दें।
वृषभ – शत्रु दबे रहेंगे। यदि किसी से परेशानी है तो पीपल की लकड़ी पर पीला धागा बांध कर शत्रु का नाम जमीन पर इससे लिख कर पैरांे से मसल दें।
मिथुन – धनागमन के अवसर मिलेंगे। घी का दीपक लक्ष्मी जी की मूर्ति के आगे जलाकर ‘ ओम् हृीं श्री नमः’ का जाप करें।
कर्क– मानसिक चिंता दूर होगी। यदि है तो आक  के पत्तों का दूध काले उड़द के 8 दानों पर लगा के पीपल के नीचे रख आएं ।
सिंह– पारिवारिक विवाद समाप्त होंगे। यदि समस्या है तो आज खीर बना कर पूरे परिवार को खिलाएं।
 
कन्या– यों तो कानूनी मसले हल हो जाएंगे फिर भी उपाय के तौर पर  एक ईंट पर हल्दी से ‘ओम् गुरुवे नमः’ लिख कर अपने पानी की टंकी में डाल दें या किसी जल भरे कुएं या झील , तालाब में डाल दें। यदि संभव न हो तो किसी धार्मिक स्थान की कंस्ट्र्क्शन में दे दें।
तुला– कैेरियर, नौकरी, व्यवसाय में सफलता रहेगी। जेब में तांबे का सिक्का पीले कपड़े में बांध कर रखें और महत्वपूर्ण कार्य के लिए निकलें, सफलता अंग संग रहेगी। 
बृश्चिक– गृह क्लेश समाप्त होगा। फिर भी सरसों के तेल का एक दिया प्रवेश द्वार पर आज जलाएं और गुगल की धूनि घर में दें।
धनु– यदि आपसे सब ईर्ष्या करते हैं तो आज एक पीले धागे में 7 गांठें लगा कर गले में एक साल तक पहने रखें। ऑफिस में कामयाब रहेंगे।
मकर– परिवार में गलतफहमियां दूर होंगी। एक मुटठ्ी पीली सरसों सायंकाल 7 बजे से पहले पूरे घर में छिड़क दें ।
कुंभ– ऋण मुक्ति होगी। आठ बादमों को काले कपड़े में बांध कर घर के किसी अंधेरे स्थान पर रख दें। इससे शीघ्र कर्ज से छुटकारा मिलेगा।
मीन– दंपत्ति के मध्य यदि कोई तनाव या कोर्ट केस चल रहा है तो समाप्त होगा। फिर भी तीव्रता हेतु, एक चांदी की डिब्बी में शहद व केसर भर के पुष्य नक्षत्र के दौरान घर के पूजा स्थान पर रख दें ।

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